Income Tax 5Reforms: क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कड़ी मेहनत से कमाई गई आमदनी का एक हिस्सा टैक्स के रूप में देने के बाद भी, टैक्स की नई नीतियां आपकी जेब पर कैसा असर डालेंगी? अगर आप एक सैलरी इयरनर हैं, बिजनेस करते हैं, या फिर कोई नौकरी करते हैं, तो इनकम टैक्स से जुड़े नियम आपकी रोजमर्रा की ज़िंदगी को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं। हर साल बजट के वक्त की तरह, इस बार भी इनकम टैक्स विभाग कुछ बड़े बदलाव लाने की तैयारी में है, जो आपकी आर्थिक योजनाओं को पूरी तरह से बदल सकते हैं। यह आर्टिकल आपके लिए है, क्योंकि इसमें हम उन्हीं 5 बड़े बदलावों पर विस्तार से चर्चा करेंगे जो जल्द ही लागू हो सकते हैं। इन बदलावों का आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा, यह जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें, क्योंकि यहां आपको पूरी और सीधी जानकारी एक ही जगह मिलने वाली है।
इनकम टैक्स में होने वाले 5 बड़े बदलाव और आप पर असर
आपकी जानकारी के लिए बता दें, इनकम टैक्स विभाग लगातार नियमों को आसान और टैक्सपेयर्स के अनुकूल बनाने की कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में, इस बार जो प्रस्तावित बदलाव सामने आ रहे हैं, वो सीधे तौर पर आपकी टैक्स बचत, इन्वेस्टमेंट के फैसले और सालाना टैक्स भरने की प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन बदलावों को लागू करने का मकसद टैक्स चोरी पर लगाम लगाना और आम लोगों के लिए टैक्स की प्रक्रिया को और भी सरल बनाना है। आइए अब विस्तार से जानते हैं इन पांच बड़े बदलावों के बारे में।
1. टैक्स स्लैब में संभावित बदलाव
सबसे ज्यादा चर्चा टैक्स स्लैब में बदलाव को लेकर हो रही है। मीडिया के अनुसार, सरकार निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को टैक्स में राहत देने पर विचार कर रही है। इसका मतलब यह हो सकता है कि अब तक जो आमदनी एक特定 सीमा तक टैक्स-फ्री होती है, उसे बढ़ाया जा सकता है। साथ ही, अलग-अलग आमदनी वाले स्लैब पर टैक्स की दरों में भी कमी की जा सकती है। इसका सीधा फ़ायदा यह होगा कि आपकी महीने की सैलरी में से कटने वाला टैक्स कम हो जाएगा और आपकी टेक-होम आमदनी में बढ़ोतरी होगी, जिससे आपकी खरीदारी की शक्ति बढ़ेगी।
2. स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा बढ़ना
वर्तमान में, सैलरी इयरनर्स को बिना किसी दस्तावेज के 50,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलता है। सूत्रों के मुताबिक, इस सीमा को बढ़ाकर 1,00,000 रुपये तक किया जा सकता है। यह एक कमाल का बदलाव साबित होगा, खासकर उन लोगों के लिए जो अलग-अलग तरह के इन्वेस्टमेंट के लिए ज्यादा दस्तावेज जुटाने में परेशानी का सामना करते हैं। इससे न केवल आपकी टैक्स बचत बढ़ेगी, बल्कि टैक्स भरने की प्रक्रिया भी और आसान हो जाएगी।
3. सेहत बीमा पर ज्यादा छूट
कोविड-19 महामारी ने सेहत बीमा के महत्व को और बढ़ा दिया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, सरकार सेक्शन 80D के तहत मिलने वाले डिडक्शन की सीमा बढ़ाने का फैसला कर सकती है। अभी आप अपने और अपने परिवार के हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर सालाना 25,000 रुपये तक की बचत कर सकते हैं। इस सीमा को बढ़ाने का प्रस्ताव है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा अच्छा हेल्थ कवर ले सकें और आर्थिक मदद के बोझ से बच सकें। यह कदम आपको और आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा कवच प्रदान करेगा।
4. होम लोन पर ब्याज छूट में इजाफा
अपना घर बनवाने का सपना देख रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि सेक्शन 24 के तहत, होम लोन पर ब्याज के भुगतान पर मिलने वाली छूट की सीमा को वर्तमान के 2 लाख रुपये से बढ़ाया जा सकता है। इससे होम लोन लेने वालों को काफी फायदा होगा और उनकी किश्तों का बोझ कम होगा। इस तरह का बदलाव रियल एस्टेट सेक्टर को भी नई जान देगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
5. टैक्स भरने की प्रक्रिया और आसान
आखिरी लेकिन कम जरूरी नहीं, टैक्स भरने की प्रक्रिया को और सरल बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट प्री-फिल्ड आईटीआर फॉर्म को और बेहतर बनाने की योजना बना रहा है, जिसमें ज्यादातर जानकारी पहले से ही भरी हुई होगी। आपको बस उसे वेरीफाई करना होगा। इससे न केवल गलतियां होने की संभावना कम होगी, बल्कि आपका कीमती समय भी बचेगा। यह कदम नए यूजर के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित होगा।
इन पांच बड़े बदलावों को अगर लागू किया जाता है, तो यह आम टैक्स भरने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएंगे। ये बदलाव न केवल आपकी जेब पर सकारात्मक असर डालेंगे, बल्कि वित्तीय योजना बनाने में भी आपकी मदद करेंगे। हालांकि, याद रखें कि ये अभी प्रस्तावित बदलाव हैं और इन्हें आधिकारिक घोषणा का इंतजार है। ऐसे में, इन संभावित बदलावों के बारे में जागरूक रहना और अपनी आर्थिक रणनीति को पहले से तैयार रखना ही समझदारी होगी।