RBI OTP Waiver: क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आपका फोन खो जाए या नेटवर्क न हो, तो आप अपने जरूरी बैंकिंग काम कैसे कर पाएंगे? OTP न आने की परेशानी से लगभग हर कोई वाकिफ है। लेकिन अब आरबीआई ने इस समस्या का एक शानदार हल निकाला है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कुछ चुनिंदा और सुरक्षित बैंकों की एक लिस्ट जारी की है, जिन्हें OTP के बिना भी कुछ खास तरह के लेन-देन की इजाजत है। इसका मतलब है कि अब आप बिना OTP के परेशानी के भी अपने पैसों का लेन-देन सुरक्षित तरीके से कर सकते हैं। यह आर्टिकल आपको उन 10 बैंकों की पूरी जानकारी देगा और बताएगा कि यह सिस्टम आपके लिए कितना फायदेमंद है। इसलिए, इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आप कोई भी जरूरी जानकारी मिस न करें।
आखिर क्या है आरबीआई का OTP वेवर नियम?
आपको बता दें, आरबीआई ने देश में डिजिटल पेमेंट को और भी आसान बनाने के लिए एक नया फ्रेमवर्क तैयार किया है, जिसे ‘पब्लिक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म’ कहा जाता है। इसी के तहत, आरबीआई ने कुछ बैंकों को OTP की जरूरत के बिना ही कुछ सीमित और सुरक्षित लेन-देन करने की अनुमति दे दी है। इसका मुख्य मकसद उन परिस्थितियों में लोगों की मदद करना है जहां OTP आना मुश्किल हो जाता है, जैसे कि नेटवर्क की कमी वाले इलाके या फोन खो जाने की स्थिति। हालांकि, यह छूट सिर्फ उन्हीं बैंकों को मिली है जो आरबीआई की सख्त सुरक्षा शर्तों को पूरा करते हैं और जिनके सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित पाए गए हैं। इससे आपके पैसे पहले की तरह ही सेफ रहते हैं।
ये हैं वो 10 सुरक्षित बैंक जहां OTP है जरूरी नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरबीआई की इस लिस्ट में शामिल होने वाले बैंक देश के कुछ सबसे भरोसेमंद और बड़े बैंक हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इन बैंकों की लिस्ट कुछ इस प्रकार है:
- एचडीएफसी बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
- एक्सिस बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- कोटक महिंद्रा बैंक
- इंडसइंड बैंक
- यस बैंक
- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक
- केनरा बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
सूत्रों के मुताबिक, इन बैंकों के यूजर अब कुछ खास तरह के लेन-देन, जैसे कि छोटी रकम का भुगतान, के लिए OTP के बिना ही ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
कैसे काम करता है यह नया सिस्टम?
इस नए सिस्टम में OTP की जगह पर एक दूसरी लेकिन बहुत मजबूत सुरक्षा परत का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर, जब आप कोई भुगतान करते हैं, तो बैंक आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजता है, जिसे डालने के बाद ही ट्रांजैक्शन पूरा होता है। लेकिन इस नई व्यवस्था में, बैंक आपकी पहचान और ट्रांजैक्शन को सुरक्षित रखने के लिए एडवांस्ड तकनीकों जैसे बायोमेट्रिक सत्यापन (फिंगरप्रिंट या फेस रिकग्निशन) या अपने खुद के सिक्योर ऐप के जरिए मंजूरी लेता है। इस तरह, OTP न आने की स्थिति में भी आप आसानी से अपने जरूरी काम निपटा सकते हैं, बिना किसी सुरक्षा खतरे के।
आपके निवेश की सुरक्षा है सबसे जरूरी
सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि क्या OTP के बिना हमारा पैसा वाकई सुरक्षित है? इसका जवाब है हाँ। आरबीआई ने यह छूट सिर्फ उन्हीं बैंकों को दी है जिन्होंने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को बेहद मजबूत और आरबीआई के मानकों के अनुरूप साबित किया है। इन बैंकों ने OTP के विकल्प के तौर पर जो तकनीक इस्तेमाल की है, वह OTP से भी ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है। मीडिया के अनुसार, इन ट्रांजैक्शन पर लगातार नजर रखी जाती है और किसी भी तरह की शंका होने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। इसलिए, आप बिना किसी चिंता के इन बैंकों के साथ इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं।
इसका आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर क्या असर होगा?
इस नए बदलाव से आपकी रोजमर्रा की जिंदगी बहुत आसान होने वाली है। अब आपको ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त या बिल भरते वक्त OTP के इंतजार में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। खासकर उन जगहों पर जहां नेटवर्क कनेक्शन कमजोर है, वहां भी आप आसानी से भुगतान कर पाएंगे। इससे न सिर्फ आपका समय बचेगा बल्कि डिजिटल लेन-देन और भी सुगम और तेज होगा। छोटे वर्ग के लोगों के लिए यह एक कमाल की सुविधा साबित हो सकती है, क्योंकि अक्सर उन्हें तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आरबीआई का यह फैसला निश्चित तौर पर भारत के डिजिटल भुगतान ecosystem को और मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। OTP वेवर की सुविधा देकर आरबीआई ने न सिर्फ लोगों की परेशानी को दूर किया है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि सुरक्षा से कोई समझौता न हो। उम्मीद है कि भविष्य में और भी बैंक इस लिस्ट में शामिल होंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल सके। तो अगली बार जब आप ऑनलाइन पेमेंट करें और OTP न आए, तो घबराएं नहीं, क्योंकि अब आपके पास सुरक्षित विकल्प मौजूद हैं।