PF Service Years: क्या आपने भी 10 साल की नौकरी पूरी कर ली है और अब आपके मन में यह सवाल घूम रहा है कि आपको EPFO से कितनी पेंशन मिलेगी? अगर हां, तो यह लेख सीधे आपके लिए ही है। रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को सुरक्षित देखना हर कर्मचारी का सपना होता है, और इस सपने को सच करने में Employees’ Pension Scheme (EPS) एक अहम भूमिका निभाती है। लेकिन पेंशन की गणना को लेकर अक्सर लोगों के मन में कन्फ्यूजन रहता है। आज हम आपको बिल्कुल साधारण भाषा में समझाएंगे कि 10 साल की सर्विस के बाद आपकी मंथली पेंशन कैसे कैलकुलेट होती है और आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें हम आपको पेंशन कैलकुलेशन का पूरा हिसाब देंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, हम आपको यह भी बताएंगे कि पेंशन बढ़ाने के लिए आप क्या कर सकते हैं और किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। हमने हर बात को आसान उदाहरणों के साथ समझाने की कोशिश की है ताकि आपको कोई परेशानी न हो। तो चलिए, शुरू करते हैं और जानते हैं कि आपकी मेहनत का फल आखिर कितना मीठा होने वाला है।

10 साल की नौकरी के बाद EPF पेंशन का कैलकुलेशन

आपको बता दें, EPFO के अंतर्गत Employees’ Pension Scheme (EPS) का नियम है कि पेंशन पाने के लिए कम से कम 10 साल की सर्विस जरूरी होती है। यानी अगर आपने 10 साल से कम नौकरी की है, तो आप पेंशन के हकदार नहीं होंगे। अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि 10 साल बाद कितनी पेंशन मिलेगी? इसका जवाब एक फॉर्मूले में छुपा है। पेंशन की रकम कैलकुलेट करने का फॉर्मूला है: मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी x सर्विस के साल) / 70

पेंशन योग्य सैलरी क्या होती है?

पेंशन योग्य सैलरी का मतलब आपकी आखिरी बेसिक सैलरी और डीए (अगर मिलता है) से नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेंशन कैलकुलेशन के लिए जो सैलरी ली जाती है, वह आपकी नौकरी के आखिरी 60 महीनों की औसत सैलरी होती है। हालांकि, एक बात का खास ख्याल रखें, अगर आपकी बेसिक सैलरी 15,000 रुपये से ज्यादा है, तो भी पेंशन कैलकुलेशन केवल 15,000 रुपये पर ही की जाएगी। यह EPS की एक सीमा है।

कैलकुलेशन को एक उदाहरण से समझिए

मान लीजिए, आपकी नौकरी के आखिरी 60 महीनों की पेंशन योग्य सैलरी का औसत 15,000 रुपये है और आपने कुल 10 साल काम किया है। ऐसे में आपकी मासिक पेंशन होगी: (15,000 x 10) / 70 = 2,142.86 रुपये। यानी आपको हर महीने लगभग 2,143 रुपये की पेंशन मिलेगी। अगर आपने 20 साल काम किया है, तो पेंशन बढ़कर (15,000 x 20) / 70 = 4,285.71 रुपये हो जाएगी।

क्या 10 साल की सर्विस पर पेंशन काफी है?

सूत्रों के मुताबिक, सिर्फ 10 साल की नौकरी पर मिलने वाली पेंशन की रकम आमतौर पर रोजमर्रा की जिंदगी के खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं होती। जैसा कि ऊपर के उदाहरण में देखा, 2,143 रुपये आज के जमाने में बहुत कम है। इसलिए, केवल EPS पर निर्भर रहने के बजाय, आपको अपनी बचत के दूसरे ऑप्शन्स like PPF, Mutual Funds, या FD की तरफ भी ध्यान देना चाहिए।

पेंशन बढ़ाने के लिए क्या करें?

अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद आपको ज्यादा पेंशन मिले, तो आप दो काम कर सकते हैं:

  • ज्यादा साल तक काम करें: जितने ज्यादा साल आप काम करेंगे, पेंशन का अंक (Numerator) उतना ही बड़ा होता जाएगा, जिससे पेंशन की रकम बढ़ेगी।
  • पेंशन योग्य सैलरी बढ़ाएं: हालांकि 15,000 रुपये एक लिमिट है, लेकिन अगर आपकी औसत सैलरी इससे कम है, तो उसे बढ़ाने का प्रयास करें। साथ ही, वार्षिक वृद्धि और प्रमोशन से भी यह औसत बढ़ता है।

पेंशन पाने के लिए जरूरी दस्तावेज

पेंशन का लाभ उठाने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इनमें शामिल हैं:

  • फॉर्म 10D (पेंशन क्लेम फॉर्म)।
  • आधार कार्ड और बैंक अकाउंट की जानकारी।
  • पहचान का प्रमाण।
  • नौकरी छोड़ने का प्रमाण पत्र।

आपको यह सभी दस्तावेज और फॉर्म अपने ऑफिस या सीधे EPFO के कार्यालय में जमा करने होंगे।

आखिर में, इतना जरूर याद रखें कि 10 साल की सेवा आपको पेंशन पाने का हकदार तो बना देती है, लेकिन यह रकम आपके सभी खर्चों को पूरा करने के लिए काफी नहीं हो सकती। इसलिए, शुरुआत से ही सही प्लानिंग करना और दूसरे निवेश के रास्ते खोलना आपके भविष्य के लिए एक समझदारी भरा फैसला होगा। EPF और EPS की official वेबसाइट पर जाकर आप हमेशा अपने पेंशन अकाउंट की latest जानकारी चेक करते रहें। एक छोटी सी आज की कोशिश आपके कल को ज्यादा आसान और सुरक्षित बना सकती है।